भारतीय एवं विदेशी वैज्ञानिक जिन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया सर. सी. वी रमन, हर गोविन्द खुराना, सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर, अल्बर्ट आइंस्टीन, मैडम क्यूरी, अलेक्जेंडर फ्लेमिंग आदि।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) भारत में अन्तरिक्ष (Class 6 Science Solution UP Board) अन्वेषण तथा अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास एवं उसके अनुप्रयोग का कार्य भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संस्थान (Indian Space Research Organisation) द्वारा किया जाता है। इसे संक्षेप में इसरो (ISRO) भी कहते हैं।
इसकी स्थापना 15 अगस्त 1969 को हुयी थी। इसरो का मुख्यालय बंगलुरू में है। यहाँ कृत्रिम उपग्रहों को डिजाइन करके निर्माण किया जाता है। कृत्रिम उपग्रह भी पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं। कृत्रिम उपग्रह अन्तरिक्ष में कुछ प्रमुख उद्देश्यों के लिए प्रक्षेपित किये जाते हैं, जिनमें दूरसंचार, मौसम विभाग सम्बन्धी अध्ययन, आपदा प्रबंधन, नौवहन और समर्पित दूरस्थ शिक्षा संबंधी उपग्रह आदि प्रमुख हैं।
दैनिक-जीवन-में-विज्ञान-i दैनिक-जीवन-में-विज्ञान-ii दैनिक-जीवन-में-विज्ञान-iii- दैनिक जीवन में विज्ञान की देन ने जीवन को सरल व सुखमय बनाया है।
- विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान के योगदान से विकास सम्भव हो सका है।
- विज्ञान की खोज एवं आविष्कारों का दुरुपयोग भी हो रहा है। परमाणु बम, हाइड्रोजन बम, प्रक्षेपास्त्रों आदि का निर्माण हुआ है।
- विज्ञान की प्रगति के फलस्वरूप वाहनों, कीटनाशक दवाओं के उत्पादन आदि में अत्यधिक वृद्धि हुई है। जिससे बढ़ती जनसंख्या की माँगों की आपूर्ति तो हुई, परन्तु इससे पर्यावरण असंतुलित और प्रदूषित हो रहा है और मानव जीवन संकटमय होता जा रहा है।
वैज्ञानिक खोजों में भारतीय एवं विदेशी वैज्ञानिकों का योगदान
सीमा ने अपनी शिक्षिका से अनुरोध किया कि मुझे उन वैज्ञानिकों की खोजों के बारे में जानने की बड़ी उत्सुकता है, जिन्होंने महत्वपूर्ण खोजें की हैं। शिक्षिका ने उसे बताया कि प्राचीनकाल से ही भारतीयों ने वैज्ञानिक खोजों के क्षेत्र में नेतृत्व किया है।
प्राचीन भारतीय वैज्ञानिक चरंक ने जड़ी बूटियों के औषधीय गुणों के द्वारा रोगों के उपचार की विधि का विकास किया तथा सुश्रुत ने शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आर्यभट्ट ने पाई का मान तथा श्रीधराचार्य वर्ग समीकरण का हल देने वाले प्रथम गणितज्ञ थे। (Class 6 Science Solution UP Board)
भारतीय वैज्ञानिक एवं उनका योगदान
क्र.सं. | वैज्ञानिक का नाम | विज्ञान के क्षेत्र में योगदान |
1 | जगदीश चन्द्र बोस | पौधों की संवेदनशीलता |
2 | सर सी. वी. रमन | प्रकाश का प्रकीर्णन (रमन प्रभाव) |
3 | डॉ. जानकी अम्माल | साइटोजेनेटिक्स |
4 | एस. एन. बोस | क्वॉण्टम मैकेनिक्स, गॉड पार्टिकल |
5 | मेघनाद साहा | तापीय आयनीकरण (साहा समीकरण) |
6 | टी. आर. शेषाद्रि | ऑरगेनिक कैमेस्ट्री (औषधि विज्ञान) |
7 | होमी जहाँगीर भाभा | परमाणु, कॉस्मिक विकिरण |
8 | विक्रम साराभाई | अन्तरिक्ष अनुसंधान |
9 | डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम | प्रक्षेपणशास्त्र, मिसाइल (प्रक्षेपण) |
10 | डॉ. कस्तूरी रंगन | प्रक्षेपणशास्त्र |
11 | डॉ. हरगोविन्द खुराना | आनुवंशिकी कोड की स्थापना |
12 | सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर | खगोल विज्ञान |
13 | कल्पना चावला | अंतरिक्ष विज्ञान |
14 | डॉ. सी. एन. आर. राव | सॉलिड स्टेट एण्ड मैटेरियल केमेस्ट्री |
विदेशी वैज्ञानिक एवं उनका योगदान-
क्र. सं. | वैज्ञानिक का नाम | विज्ञान के क्षेत्र में योगदान |
1 | एडवर्ड जेनर | रोगों से रक्षा हेतु वैक्सीन |
2 | अलेक्जेण्डर फ्लेमिंग | पेनिसिलीन |
3 | मैडम मैरी क्यूरी | रेडियम और पोलोनियम |
4 | गैलीलियो गैलेली | दूरबीन |
5 | थॉमस ऐल्वा एडीसन | ग्रामोफोन एवं विद्युत बल्य |
6 | जी. मारकोनी | रेडियो |
7 | ऐलेक्जेण्डर ग्राहम बेल | टेलीफोन |
8 | सर आइजेक न्यूटन | गुरुत्वाकर्षण का नियम और गति के सिद्धान्त |
9 | चार्ल्स बैबेज | कम्प्यूटर |
10 | माइकल फैराडे | फैराडे डायनमो |
11 | विलियम रोन्टजेन | एक्स-रे |
12 | जॉन लोगी बेयर्ड | टेलीविजन |
13 | अल्बर्ट आइंस्टीन | फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव |
विज्ञान के दुरुपयोग से उत्पन्न समस्याएँ
Class 6 Science Solution UP Board
विज्ञान ने अनेक असम्भव लगने वाली बातों को भी सम्भव कर दिखाया है। जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है (Class 6 Science Solution UP Board) जिसे विज्ञान ने प्रभावित न किया हो। विज्ञान से मनुष्य को जहाँ अपार सुविधाएँ प्राप्त हुई हैं, वहीं इसके दुरुपयोग /असंयमित उपयोग से अनेक समस्याएँ भी उत्पन्न हुई हैं। जैसे-
- विज्ञान की प्रगति के फलस्वरूप यातायात के क्षेत्र मे पेट्रोल/डीजल चालित वाहनों की वृद्धि के कारण पर्यावरण असंतुलित और प्रदूषित हो रहा है।
- रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशक दवाओं के उपयोग से कृषि उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि हुयी है, किन्तु अनुचित प्रयोग से मृदा प्रदूषण एवं जल प्रदूषण का संकट उत्पन्न हो गया है। नदियों प्रदूषित होती जा रही है और किसान के मित्र कहे जाने वाले केंचुआ, सॉप आदि की संख्या घटती जा रही है
- भू-जल के असंयमित दोहन से भू-जल स्तर नीचे खिसकता जा रहा है जिससे कुएँ एवं तालाब सूखते जा रहे हैं। तीव्र ध्वनियाँ उत्पन्न करने वाले संगीत, लाउडस्पीकर आदि से ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न हो रहा है जिससे मानव मस्तिष्क पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है
- मानव बस्तियों में कूड़े-कचरे एवं अपशिष्ट पदार्थों के निस्तारण की समुचित व्यवस्था के अभाव में मानव जीवन संकट ग्रस्त हो रहा है
- रेडियोधर्मी विकिरण के कारण पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व का भय उत्पन्न हो गया है। ओजोन पर्त में छिद्र वायु प्रदूषण के कारण है
- परमाणु ऊर्जा के अनुचित प्रयोग से ही हिरोशिमा एवं नागासाकी में पलक झपकते ही लाखों लोगों के जीवन का अन्त हो गया था।
- रेफ्रिजरेटर तथा एअरकंडीशनर में प्रयुक्त गैसों से वायुमण्डल में क्लोरोफ्लोरो कार्बन की मात्रा में वृद्धि हो रही है जिससे ओजोन परत का निरन्तर क्षरण हो रहा है।
- सड़कों पर दौड़ते वाहनों का (Class 6 Science Solution UP Board) धुंआ, पेट्रोल एवं डीजल के दहन से वायु में कार्बन डाइऑक्साइड एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइड की वृद्धि हो रही है, जिससे सिरदर्द, दमा, अस्थमा आदि रोग हो रहे हैं।
2. पदार्थ एवं पदार्थ के समूह
3. पदार्थों का पृथक्करण
4. पास-पड़ोस में होने वाले परिवर्तन
5. तन्तु से वस्त्र तक
6. जीवजगत
7. जीवों में अनुकूलन
8. जन्तुओं की संरचना व कार्य
9. भोजन एवं स्वास्थ्य
10. स्वास्थ्य एवं स्वच्छता
11. मापन
12. गति
13. कार्य तथा ऊर्जा
14. प्रकाश
15. वायु
16. जल
17. कम्प्यूटर